electroral Bond चुनावी बॉण्ड
चुनावी बॉण्ड भारतीय स्टेट बैंक( SBI) द्वारा जारी किये जाते है । देश के राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टीयो को चुनाव लढणे के लिये पैसो की जरूरत होती है एसलीये भारत चुनाव आयोग ने चुनावी बॉण्ड निकाले ।
भारतीय चुनाव आयोग यह आज्ञा देता है की जब राजनैतिक पार्टीयो को पैसो की आवश्यकता होगी तो ये अपने लिये चुनावी बॉण्ड निकाल सकेंगे ।
भारतीय स्टेट बँक के पास हजार , दस लाख , एक करोड ,दस करोड , इतने रुपय के चुनावी बॉण्ड की सुविधा उपलब्ध है ।आप भारतीय स्टेट बँक मे जाये और कहीये हमे चुनावी बॉण्ड के तहत x... पार्टी को पैसे देणे है । उसके बाद आप बँक मे पैसा जमा कराते ही वह पैसा उस बँक के खाते मे चला जायेगा ।
2020 मे मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है की
" सूचना अधिकार ( RTI) के तहत हम चुनावी बॉण्ड पर कोई भी जाणकारी नही देंगे। "
RIGHT TO INFORMATION ACT 12 ऑक्टोम्बर 2005 को जारी हुवा था इसलीये 12 ऑक्टोबर को सूचना अधिकार दिवस के रूप मे मनाया जाता है ।
अगर आप सूचना अधिकार के तहत चाहते है की किस पार्टी को किसने कितना चंदा दिया तो आपको कोई कुछ नही बतायेगा । सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत आपकी जो जाणने की ताकत थी इसको चुनाव आयुक्त के यह कहते हुये मना कर दिया की आपको क्यू जाणना है की किसने किसको कितने पैसे दिये ।
मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ती राष्ट्रपती करता है ।
पंतप्रधान, विपक्ष प्रमुख नेता और पंतप्रधान के करीबी आदमी के शिफारिश पर राष्ट्रपती चुनाव आयुक्त की नियुक्ती करता है । चुनाव आयुक्त जबतक राष्ट्रपती चाहे तबतक या अपने 65 साल पुरे होणे तक रह सकता है ।
बँक से चुनावी बॉण्ड खरेदी करते समय बँक आपका नाम लिखके नही लेगी । चुनाव बॉण्ड पर डोनर का नाम नही होगा यह दान अज्ञात दान कहलायेगा ।भारत मे एक साल मे चुनाव बॉण्ड से 6210 करोड का धन प्राप्त हुवा है लेकिन यह निधी किसके द्वारा किस पार्टी को भेजा गया यह पता नही चला ।
कोई भि पार्टी वैसे तो खूब एक दुसरे की खिचाई करती है । की PM -CARE की जांचं करवावो लेकींन चुनाव बॉण्ड पर कोइ भि पार्टी आगे नही आती यह बताने के लिये की किसको कितना पैसा चुनाव बॉण्ड के माध्यम से प्राप्त हुवा यह हमे बताये ।
यह पार्टीया आगे क्यू नही आती यह हम समजते है क्यूकी यह सब तो जनहित मे कार्य कर रहे है आम आदमी ही है जो भ्रष्टाचार कर रहा है ।
◆ अंत मे यही .....
." गुप्तदान महाकल्याण"
◆Written by - changdev saykar
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