indian Constitution भारतीय संविधान


◆ भारतीय संविधान क्या है ?   

वह नियम जो सभी नागरिको पर एक समान लागू होता है वह संविधान कहलाता है| संविधान को इंग्लिश में Constitution कहते है| संविधान किसी देश की नीतियों और सिद्धांतो का वह संग्रह होता है, जिसके आधार पर उस देश की शासन व्यवस्था को संचालित किया जाता है |  संविधान एक ऐसा नियम है जीससे हम अपने देश को चलाते है |

सविधान की आवश्यकता हमे ईसलीये पडी थी क्यूकी हम भारतीय लोग अपनी सारी भिन्न भिन्न विविधता के लिये एक नियम पुस्तिका बनाना चाहते थे उस नियम पुस्तिका का नाम संविधान है ।

भारत का संविधान दुनिया का सबसे बडा लिखित सविधान है ।  भारतीय संविधान 2 साल 11 महिने 18 दिन मै तयार हुवा था । भारत मै संविधान का निर्माण हो ईसलीये पहली बार संविधान सभा की पहिली बैठक 9 डिसेंबर 1946 को हुयी थी ।


◆ भारत का संविधान क्यू बनाया गया था ? 

भारत देश जब आझाद हुवा था तो देश के सामने उस समय की सबसी बडी चुनौतीया ये थी की " इतना बडा देश इतनी सारी विविधता  इतनी सारी भाषाये " इन सबको चलाये कैसे ? 

माउंट बॅटन की त्रिस्तरीय योजना मे ये कहा गया था की " जीस आदमी को /राज्य को/ समूह को / जहा जाणा है जीससे जाकर मिलना है वहा मिल सकता है । माऊंट बॅटन के इस योजना ने 550 से ज्यादा रियासती को खुला छोड दिया था । 

ऐसें स्थिती मे राजावो की मती गंज खा गयी और वह अपने मार्ग पर अलग अलग निकलने लगे ये तो शुक्रिया सरदार वल्लभभाई पटेल का जिनोने इन सब फैले रियासतो को साम दंड भेद से एकत्रित कर भारत का निर्माण किया । 

अन्ग्रेज जाणे के बाद वायू स्थल सेना भारत मे ही रही थी क्यूकी उसमे सब भारतीय ही थे । हमने इन तीन सेनावो को प्रशासनिक तंत्र को स्वातंत्र्य से पहले जैसे था वैसे ही स्वीकार किया । 

देश स्वातंत्र्य होणे के बाद हर आदमी राज्य अपनी अपनी आवश्यकता लेके बैठे थे । जैसे उत्तर पूर्व के लोग अलग देश की मांग कर रहे थे । तेलगू  पंजाबी लोग अपना अलग देश बनाना चाहते थे । भाषा के आधार पर हर राज्य अपणेआप को अलग अधिकार लेना चाहता था। मुसलमान कह रहे थे की हमारी कौन सुनेगा दक्षिण भारत वाले कह रहे थे की हम कभी भारतीय थे ही नही हमारी संस्कृती अलग है ।   

इसी समय देश का विभाजन हुवा था उस समय संविधान कर्तावो को ओक ऐसा देश बनाना था जीसमे इन सारे लोगो की इच्छा महत्वकांक्षा को पुरा किया जा सके। हर आदमी की आवश्यकता समाज के हर वर्ग को उसका हक दिलवाया जा सके महिलावो विद्याथीयो जिनकी संख्या लाखो मे है वह पारशी जैन इन सबको अपने आधिकार भी देणे थे ।  

उस समय की परिस्थितीयो के आधार पर लोग अपने भाषा धर्म समुदाय ऐसी मांगे लेके बैठे थे ।जमीन कब्जा हत्या यह आम बाते हो गयी थी ।दुनिया के देश भारत तर नजर बैठाये रखे थे ।     

पाकिस्तान भी उसी समय आझाद हुवा था लेकिन्न वह केवल मुसलमान वर्ग को लेके चल रहा था ईसलीये लोगो को समजाणा आसान था । पर भारत हर समुदाय के लोगो को ओक साथ लेके चल रहा था ।      

आप सोचिये उस समय आंबेडकर जी कितने महान व्यक्ती रहे होंगे । जिनोने भविष्य को देखते संविधान बनाणे मे अपना अमूल योगदान दिया । हम लोग देश के अंदर जात पात का बंधन इसमे इन चिजो मे ले जाते है और यह केवल राजनीती की वजह से होता है ।

 ऐसें बिकट परिस्थिती मे पंडित नेहरू जीने उद्देश्श प्रस्ताव पास किया की  

    " हम अपने देश के लिये ऐसा संविधान बनाना चाहते है की जीस संविधान के अंदर हम नागरिको की सुविधाये जो की उद्देश प्रस्ताव मे बतायी गयी थी वह देना चाहते है "     

संविधान सभा के अंदर बैठे लोग इतने दूरदृष्टया थे की उनको देश की एक एक समस्या पता थी वह लोग जब संविधान बनाणे बैठे तो उनको पता था की कैसे इस देश को चलाना है ।

महात्मा गांधी आंबेडकर सावरकर इन लोगो को हमेशा धर्म के उपर उठाके रखीये क्यूकी यह युगप्रवर्तन कारी लोग थे इनको धर्म के आकडे से मजहब से जातिसे मत तोलीये आप पढे लिखे होणे के कारण इस चीज से बचे। जो अच्छा है उसे अच्छा और जो बरा है ऊसे बरा बोलणे की हिम्मत रखे। अगर आप बुरे को बुरा नही कह पा रहे तो सच को सच बोलणे की हिम्मत रखे । बाकी काम समाज अपणेआप कर लेगा ।

भारतीय संविधान का भाग 4 A जीसे हम मूलभूत कर्तव्य कहते है इस मूलभूत कर्तव्य मे इंदिरा गांधी ने हमारे लिये इस बात का विशेष उल्लेख किया था की " 

     "हमारे जितने भि पूर्वज राष्टवीर रहे है उनको सन्मान के साथ याद करते राहियेगा ।"



◆ 2 साल 11 महिने 18 दिन मे हुवा क्या था ? 


भारत मे एक चीज की जबरदस्त ग़लतफ़हमी है की

ग़लतफ़हमी यह है की...

      " भारतीय संविधान के अंदर जो चिजे लिखी गयी थी वह पहली बार प्राप्त की गयी थी " 

             "नही"  यह पहली बार प्राप्त नही की गयी थी । भारत के संविधान निर्मातावोने भारत से पहले स्वातंत्र्य हुये देशो के संविधान को आराम से पढा उसका अध्ययन किया। उन मुद्दो को एक जगह पर एकत्रित किया अपने देश के जरूरत के हिसाब से उसको बदला जो चाहीये उन बातो पर चर्चा की और उसमेसे जो अंतिम चीज निकलकर आयी उसे संविधान कहते है ।

 उस समय संविधान सभा मे हुयी सारी चर्चाये आज भि वैसे की वैसी लिखी हुयी है ।

संविधान निर्मातावो ने अपने उद्देश्य संकल्प मे जो बाते कही थी उस उद्देश्य संकल्प के आधार पर 2 साल 11 महिने 18 दिन मे एक संविधान बनाया । यह वह संविधान है जीससे हम आगे चलनेवाले थे । संविधान एक ऐसा नियम है जीससे हम अपने देश को चलाते है ।


◆ संविधान दिवस क्यू मनाया जाता है ?

26 नोव्हेंबर 2015 से पहले संविधान दिवस को NASTIONAL LAW (राष्ट्रीय क़ानून) दिवस के रूप मै मनाया जाता था । 

 डॉक्टर बी.आर.आंबेडकर जी के 125 वी जन्मशताब्दी के अवसर पर 26 नोव्हेंबर दिन संविधान दिवस के रूप मै मनाया जायेगा… यह घोषणा भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 26 नोव्हेंबर 2015 को की थी।

 वर्तमान मै 26 नोव्हेंबर भारत मै संविधान दिवस के रूप मै मनाया जाता है  । DR. बाबासाहेब आंबेडकर ड्राफ्टिंग कमिटी के अद्यक्ष थे जिनोने सविधान बनाया था। Bhimrao Ramji Ambedkar was born on April 14, 1891. 

भारतीय संविधान के प्रस्तावना( preamble)  के अंदर अंत के लाइन मै ही 26 नोव्हेंबर 1949 लिखा हुवा है । इसका अर्थ होता है की हम भारत के लोग अपने आप को एक संविधान दे रहे है और ये भारतीय संविधान 26 नोव्हेंबर 1949 से शूरू होता है । 

यःह प्रस्तावणा मै लिखित है। इस कारण से 26 नोव्हेंबर को संविधान दिवस के रूप मै मनाया जाता है । 


°प्रथम संविधान दिवस कब मनाया गया? 

                             •  26 नोव्हेंबर 2015 


° संविधान बनणे मै कितना वक्त लगा? 

                            2 साल  11 महिने 18 दिन 


 •संविधान सभा की पहली बैठक? 

                            9 डिसेंबर 1946 


भारतीय संविधान कबसे शूरू hi हुवा ? 

                           26 नोव्हेंबर 1949 ( कुछ भाग ) 

                           26 जानेवारी 1950 को संविधान का पुरा भाग लागू हुवा । 



● भारत का संविधान किसके हाथो से लिखवाया गया ?

 भारत का पुरा संविधान हस्तलिखित है । प्रेम बेहरी नारायण (Prem Behari Narain Raizada) करके एक लेखक थे जिनको बिठाकरके हमने  ये पुरा संविधान उनके हाथोसे  हिंदी और इंग्लिश दोनो भाषावो मै लिखवाया था । 


◆संविधान के पेज(पन्ना) की डीझाईन किसने की थी? 

 भारतिय संविधान के सभी पेजके चारो तरफ बॉर्डर(outline) पर जो कलाकृती है उस पेज के चित्रकला का कार्य शांतिनिकेतन के कलाकार नंदूलाल बोस और राममनोहर सिन्हा ने किया था। 

यःह कलाकृती पन्हा खूबसुरत लगे इसके लिये करी गयी थी। राममनोहर सिन्हा ने प्रस्तावना के नीचे अपने नाम का हस्तकाक्षर भी किया हुवा है । प्रस्तावणा के right कॉर्नर मै लिखा राम शब्द राममनोहर लाल सिन्हा का राम है । 

संविधान हस्तलिखित इंग्लिश के सुंदर शब्दो मै इटालियन भाषा मै लिखा हुवा है । 


◆ भारत का मूल (original) संविधान कहा है ? 

  भारत का सबसे पहला लिखा हुवा ओरिजिनल संविधान भारत की संसद के पुस्तकालय (library) मै रखा हुवा है ।

पुस्तक खराब ना हो ईसलीये इसे एक बॉक्स मै रखा हुवा है । ऊस बॉक्स मै लिथियम गॅस भरी हुयी है। जीसमे भारत का संविधान सुरक्षित रखा हुवा है । 

भारतीय संविधान पर उस समय सदन मै उपस्थित 284 सदस्य ने हस्ताक्षर किये थे । जीसमे से 15 महिलांये थी । 


● संविधान का महत्वपूर्ण संशोधन     

    42 AMENDMENT 1976

 42 संशोधन 1976 के द्वारा भारतीय संविधान के प्रस्तावना मै समाजवादी (socialist )धर्मनिरपेक्ष ( Secular) अखंडता integrity शब्द 1976 को प्रस्तावना मै जोडे गये ।   

इसे मिनी संविधान के नाम से भि जाना जाता है । 


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