राष्ट्रीय किसान दिवस Rashtriya kisan divas
भारत के किसानो के जीवन मै बहोत सारे सुधार और उनके उन्नती के लिये चौधरी चरण सिंह जीने बहोत सारे ऐसें काम किये जो सच मे तारीफो कबिल थे ।
चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस और उनके सन्मान के प्रति 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है । वह जीवनभर गावो और किसानो के विकास के विकास के प्रति समर्पित रहे जीसके लिये सदैव उनका स्मरण किया जायेगा ।
चौधरी चरण सिंह जीका जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले मे हुवा ।वे भारत के पाचवे प्रधानमंत्री थे । उनका प्रधानमंत्री कार्यकाल 1979 से 1980 था ।
चरण सिंह जीने उत्तर प्रदेश के अंदर जमीनदारी खत्म करणे का कानून पारित किया था । इनके कामो को याद मे रखते हुये भारत सरकार ने 2001 से राष्ट्रीय किसान दिवस मनाना शूरू किया। इनका देहांत 19 मई 1987 को हुआ था ।
चौधरी चरण सिंह जिके नाम पे लखनौ मै एक हवाई अड्डा मेरठ स्थित एक विश्वविद्यालय है । चौधरी चरण सिंह को किसानो की आवाज के रूप मे पुरे विश्व मे पहचाना जाता था ।
किसान हमारे जीवन मै बहोत महत्व रखते है यह नही होते तो हमे अन्न कहा से मिलता हमारा खाना अनाज कृषको की वजह से बाजारो मे आता है तो एक दिन उन मेहनती किसानो के नामपर बनणे की जरूरत थी ।
राष्ट्रीय किसान दिवस के दिन उत्तर प्रदेश मे छुटी रहती है । पंजाब मध्यप्रदेश हरियाणा मे यह दिवस बहोत अच्छे से मनाया जाता है ।चावल का एक दाना तयार होणे मे 120 दिन लगते है। 120 दिन तक जब किसान का पसीना उस धान की मिटठी मे बुंद बुंद मे मिलता है तब जाकर अन्न बनता है ।
भारतीय किसानो को समर्पित यह दिन ना केवल उनकी मेहनत को सन्मान देता है बलकी उनके उत्साह मे वृद्धी करेगा और किसानो के प्रति लोगो के मन मे सन्मान भि पैदा करेगा ।
एक महान देश तभि महान बनता है जब उसकी निव पक्की हो और भारत देश की निव किसान है ईसलीये भारत को विकसित करना है तो उनके हालातो मे और सुधार लाना जरूरी है ।
तन के कपड़े भी फट जाते है, तब कहीं एक फसल लहलहाती है।
और लोग कहते है किसान के जिस्म से।
पसीने की बदबू आती है ।
◆Written by _ changdev saykar
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