पनडुब्बी दिन- submarine day
आठ दिसंबर को आयएनएस कलवरी की याद मे पनडुब्बी दिवस मनाता है। कलवरी का मतलब होता है टायगर शार्क। टायगर शार्क अरब सागर मे पाये जानेवाली मछली है । शार्क को मराठी /कोकणी भाषा मे कलवरी कहते है।भारत को प्राप्त हुयी पहली पनडुब्बी का नाम आयएनएस कलवरी था ।
8 दिसंबर 1967 को USSR (रशिया) द्वारा आयएनएस कलवरी भारत को सुपूर्त की थी इसी की याद मे पनडुब्बी दिन(submarine day) मनाया जाता है ।
1967 मे आयएनएस कलवरी को रशिया(सेंट पिटर्सबर्ग) से विशाखापटनम बंदरगाह तक KS सुब्रमण्यम द्वारा लाया गया था । सुब्रमण्यम भारत के नौसेना कमांडर थे। आ
यएनएस कलवरी ने 29 साल भारत की सेवा की 1996 मे भारत ने इसे डिकमीशन कर दिया।आयएनएस कलवरी की याद मे आयएनएस कलवरी श्रेणी की नयी पनडुब्बी बनाणे का ठेका महाराष्ट के मसगाव डॉकयार्ड को दिया गया ।
आयएनएस कलवरी की याद मे फ्रांस के DCNS कंपनी की मदत से भारत मे INS कलवरी उन्नत श्रेणी की पनडुब्बी का निर्माण चालु हुवा ।
1996 मे डिकमिशन हुयी पनडुब्बी वर्ष 2017 मे फिरसे बनकरके तयार हुयी उसी पनडुब्बी के सन्मान मे वर्ष 2017 मे डाक तिकिट जारी किया गया।
◆2017 मे भारत सरकारने 6 पनडुब्बी बनाने का निर्णय लिया ।
कलवरी
खंडेरी
वेला
करंज
वागीर
वागशीर
यह कूल छह पनडुब्बी भारत ने बनायी । यह पनडुब्बी स्कॉर्पिण क्लास की पनडुब्बी है जो की डिझेल और लाईट से चलती है ।
◆Written by - changdev saykar
Comments
Post a Comment